बड़ा आदमी छोटा नहीं होता
बड़ा होता है
उसकी सोच चाहे बटी हो छोटे-छोटे टुकड़ो में
पर वह होती है बड़ी सोच
आप जा नहीं सकते कभी बड़े आदमी के घर
कदम कर देंगे इंकार,
मन करेगा संकोच
बड़ा आदमी भूल जायेगा आपके घर आना
और आप शुक्रगुजार होंगे उसकी याददाश्त के
जिस दिन आ जायेगा बड़ा आदमी आपके घर
घर सिमट-सिकुड़कर खुद ही हो जायेगा छोटा
छोटा हो जायेगा आपका कद,
आपका मन हृदय, सपना, सुख, समझ, पूँजी
सब छोटे होते जायेंगे बड़े आदमी के आते ही
बडा आदमी
आपके स्वस्थ-तंदुरुस्त, खेलते-उछलते बच्चे को
साबित कर देगा बीमार
आपके शाक-भाजी को कुपोषक
पानी को जहरीला
दुबली-पतली, सहमी-सी बच्ची को
बहादुर और इण्टैलीजेन्ट,
काली-कलूटी, डरी-सहमी, भौंचक्की-सी पत्नी को
मादक और संस्कारवतीबड़ा आदमी छोटा नहीं होता
बड़ा होता है.........
No comments:
Post a Comment